छोटे Investment वाली कंपनी कैसे बनाएं?

यदि आप अपने अनुसार जीवन जीना चाहते हैं, तो व्यापार करें, पैसा भी बहुत है और आप बहुत अच्छा जीवन जी सकते हैं, आपने अपने लोगों से ऐसी बातें सुनी होंगी, इसलिए लोग इन दिनों अपना खुद का व्यवसाय करने मेंonturepureship या अपनी खुदकी कंपनी शुरू करने में interested हैं YouTube और इंटरनेट पर सक्सेस फूल Entrepreneurship के मोटिवेशनल वीडियोस देखे जा रहें हैं ,लोग नए बिज़नेस आइडियाज ढूंढ रहें हैं। और कंपनी शुरू करने के लिए जरुरी पेपर वर्क्स की जानकारी ले रहें हैं। इंडिया में स्टार्टअप्स का craze बढ़ता ही जा रहा है , और कई बिज़नेस यूनिकॉर्न भी बन गए हैं पर बिज़नेस शुरू करने के लिए सबसे जरुरी है। Capital का investment अक्सर financial इन्वेस्मेंट के चलते कई अच्छे आइडियाज भी फ़ैल हो जाते हैं ,और सब कुछ ख़राब हो जाता हैं। इसलिए आज के इस पोस्ट हम आपको बताएंगे की कैसे आप काम Investment में अपनी कंपनी को शुरआत कर सकते हैं।

छोटे निवेश वाली कंपनी कैसे बनाएं?


आपका बिज़नेस आईडिया केसा भी हो या चाहे किसी भी सेक्टर से क्यों न जुड़ा हो एक कंपनी शुरू करने के लिए जो सबसे बेसिक जरुरी चीजे हैं पहले उन्हें जान लेते हैं।
Company registration : एक कंपनी शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको अपनी कंपनी को रजिस्टर करवाना होगा।
sole proprietorship .
one – person company partnership firm .
private limited company .ऐसे बोहोत सरे option हैं। इनमे से आप कोई एक चुन सकते हैं।

company कैसे रेजिस्टर्ड करनी है, इस टॉपिक पर आपको openstartup .in पर हमारी एक पोस्ट मिल जाये गई।

रजिस्ट्रेशन का काम CA से करवाना अच्छा रहेगा उसे आपको government के ज्यादा चाकर नहीं लगाने पड़ेंगे।
अब आगे कंपनी के logo की बात करें तो ,कंपनी बनवाने पर आपको कंपनी के एक लोगो का भी जरुरत पड़ेगी ,इसके लिए किसी डिज़ाइनर को पैसे देने की जरुरत नहीं है आप फ्री में भी ऑनलाइन अपना logo बनवा सकते हैं। इंटरनेट पर अगर आप सर्च करेंगे free online logo maker तो आपको कई ऐसी वेबसइट मिल जाएगी जंहा पर आप अपनी कंपनी के लिए logo बनवा सकते हैं।

ऑफिस : लोग जब अपना नया बिज़नेस शुरू करते हैं तो ऑफिस बन वाने के लिए काफी सारा पैसा खर्च करते हैंशुरुआत में ऐसा करने से बचा जा सकता है अगर आपको जितने ॉप्फ्फिके स्पेस की जरुरत हो और उतना कंही कम किराये पर मिल जाये तो बोहोत अच्छी बात होगी। जब तक बिज़नेस स्टैब्लिश नहीं हो जाता तब तक Uncessary डेकोरेशन ,पेंट ,महंगे फर्नीचर ,महंगे सिस्टम खरीदने से भी बच सकते हैं।

अब बारी आती है ,

हायरिंग और रिक्रूटमेंट की कोई भी बिज़नेस हो या onturepureship उसे चलने के लिए लोगो की जरुरत तो पड़ती ही है ,इसलिए अगर आप एम्प्लाइज रखेंगे टी सैलरी भी देनी पड़ेगी ,इसलिए आपको अपना work load भी कॅल्क्युलेट करना पड़ेगा की सारा काम करने के लिए कितने लोगो की जरुरत पड़ेगी और क्या एक आदमी एक से ज्यादा काम कर सकता है अगर कोई अकॉउन्टेंट रख रहें हैं तो उसे एडमिन का काम भी कर वायें ,कंपनी के ऑनर और फाउंडर के तोर पर hr का काम आप खुद भी कर सकते हैं। इसी तरह शुरुआत में हर उस प्रोफाइल को चेक कीजिये जो काम कोई और कर सकता है या नहीं।

और अगर इंटर्नशिप पर आपको कुछ अच्छे कैंडिडेट्स मिलते हैं तो उन्हें हायर करिये।

Company policy एम्प्लॉएंस हायर करने से पहले उन्हें कंपनी की पालिसी समझा दीजिये ताकि बाद में कोई गलती या confusion पैदा न हो। जैसे आपकी कंपनी मोबाइल बिल ,हेल्थ इन्सुरेंस न मेडिकल ,और फ्यूल का खर्चा नहीं देगी ,तो ये सब हायरिंग प्रोसेस के दौरान ही समझा दीजिये।

अब बात करते हैं advertisement की तो अगर आपके पास एक टाइट बजट है ,तो आप मार्केटिंग और advertisement पर खर्चा न करें क्योकि शुरआत में आपको थोड़ा बचाने की जरुरत पड़ेगी जिन्हे आप सही जगह पर लगा सकें तो ज्यादा अच्छा रहेगा।

कंपनी की ओपनिंग : में काफी पैसा खर्च होता है जैसे ओपनिंग में किसी स्पेशल गेस्ट को बुलाना ,लोगो को इन्विटेशन देना उन्हें जस्टर के तौर पर गिफ्ट देना ,प्रेस कॉन्फ्रेंस करना या ओपनिंग पार्टी करना ऐसी कई साडी चीजों को जितना हो सके उतना अवॉयड करेंगे उठा ही बेहतर हो गा। हाँ जब आगे चल कर आपकी कंपनी की ग्रोथ होने लगे और आप प्रॉडली कह सके की आपका बिज़नेस अब प्रॉफिट में हैं ,तो आप सक्सेस पार्टी जरूर रखें।

Manage company budget: छोटे इन्वेस्टमेंट पर जब आप कोई कंपनी रन करते हैं तो आपको सबसे पहले अपने बजट मैनेज करना होगा इसलिए कोई भी एक्टिविटी करने से पहले उसका बजट कॅल्क्युलेट कर लीजिये और उसपर टिके रहिये और अगर किसी चीज की जरुरत नहीं है तो उसे हटा दीजिये बर्गिन कीजिये और नए ऑप्शन ढूंढिए जो काम पैसे में आपको मिल रहा है।
next step है , अपनी डेडलाइन से आगे रहें ,कंपनी चलाएंगे तो Electricity ,Internet ,loan ,credit cards / EMI जैसी चीजों को टाइम पर pay कीजिये इससे आप किसी भी तरह के लेट फीस या फाइन से बच जायेंगे।

Time management : जब आप किसी मैनेजमेंट का हिस्सा बनते हैं तो टाइम मैनेजमेंट बोहोत जरुरी है ये ऑफिस टाइम से लेकर आपके काम का डेडलाइन पूरा करना भी होगा और इसके आलावा कोई काम किसी और से कम समय में करवाया जा सकता है तो उसे खुद मत करिये जैसे ,ITR फाइल करना इसकी जानकारी आपको कम है और आप इसे खुद करने बैठेंगे तो समय लगेगा तो बेहतर होगा की किसी को तोड़ी फीस देकर काम करवा लिया जाये।

टाइम मैनेजमेंट वाली जो स्किल है वो आपको target achieve करने में ,sales call पर पोहोचने में ,client meeting में हर कंही जरूरत पड़ेगी। कहने का मतलब ये हैं की आपको छोटे छोटे काम लोगो को assign करना होगा बेसक वो काम आप बोहोत अच्छे से करते हैं ,लेकिन आपके पास टाइम तभी बचेगा जब अकमको लोगो में बाँट कर करेंगे और उसके लिए आपको ट्रस्ट करना पड़ेगा लोगो को सीखना पड़ेगा तो बस करके देखिये।

Financial reviews : हर महीने cortly और मंथली accounts सेल्स टीम के साथ financial reviews मीटिंग कीजिये इसे आपको कंपनी की ग्रोथ ,खर्चे , लाभ ,सब चीजों का पता चलता रहेगा और आप उसी हिसाब से आगे की प्लानिंग कर पाएंगे और टीम को मोटिवेट करते हुए उनका target बढ़ा पाएंगे।
profit and loss reports ,
balance sheet report ,
dues पे डिस्कस करना भी जरुरी है।

तो इनसब चीजों को करने के साथ साथ आपको एक और काम करना होगा अपने बिज़नेस फंड्स को अलग रखिये बिज़नेस करने के लिए फण्ड को मैनेज करना आना चाहिए जे अगर आपके पास कुछ फंड्स है तो उनमे कितना आपका प्रेसनोल है और कितना बिज़नेस करने के लिए सबका हिसाब रखना जरुरी है। अगर आप इन दोनों को एक साथ मिला कर चलेंगे तो बजट कॅल्क्युलेट करने अपना पर्सनल फण्ड मैनेज करने में दिकत आएगी ,कोशी करें की आपको कंपनी में ज्यादा पैसे इन्वेस्ट करने हैं तो उन्हें कंपनी की प्रॉफिट में ही लिया जाये न की अपनी जेब से।और हमेशा कॅश में रिजब रखिये।

इसी के साथ आप एक इन्वेस्टर ढूंढिए मतलब ये हैं की कई बार लोगो के पास पैसा तो होता है पर उन्हें कहा इन्वेस्ट करना है, ये समझ में नहीं अत ऐसे में अगर आपका बिज़नेस ग्रो कर रहा हो तो बिज़नेस के लिए कोई इन्वेस्टर ढूंढिए ताकि बिज़नेस को और आगे ले जाया जा सके इंडिया में oyo ,byjus ,inshorts , और zomato जैसे ढेर सरे ऐसे ब्रांड हैं जिन्होंने अपनी कंपनी के लिए अरबो रूपये के फण्ड और इन्वेस्टमेंट जुटाएं हैं तो ये काम आप भी कर सकते हैं।
साथ ही अपने बिज़नेस के लिए कोई चीज खरीदने से पहले कोई सर्विस से पहले कई सरे ऑप्शन देख लीजिये और उसे choose करें जो आपको काम पैसे में अपनी सर्विस दे रहा है आपकी आदत : office construction ,office materials supply ,phone & internet ,courier सर्विस ,machine ,Employees Salary ,नागोसिएट करने में और भी बोहोत साडी चीजों में काम आएगी। end of the day जब आप कॅल्क्युलेट करेंगे तो देखेंगे की बूंद बूंद से आपकी saving का घड़ा भर गया है।

निष्कर्ष
तो बिज़नेस मैनेजमेंट पर आपको ये पोस्ट किसी लगी आप हमे कमेंट बॉक्स में बताईये।

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