क्या आप दिन भर मेहनत करके आइडिया निकालने के बाद सिर्फ 23 साल की उम्र में एक करोड़ रुपये का पैकेज ठुकराके सिर्फ 10,000 रुपये की नौकरी करना चाहेंगे ऐसी कुछ कहानी है विनीता सिंह की गुजरात के एक छोटे से शहर की लड़की जिसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए ऐसे कदम उठाए जो आप या मैं सोच भी नहीं सकते क्या किसी ने सोचा था कि आज से 5 साल पहले शॉपिफाई के सोर्स सिर्फ 2 प्रोडक्ट से शुरू करे जाने वाला ये बिजनेस आज मेबेलिन और लैक्मे जैसे ब्रांड्स को मात देते 3000 करोड़ की कंपनी बन जाएगी शुगर कॉस्मेटिक्स अपने 3000 से भी ज्यादा स्टोर्स के जरिए
इंडियन  कॉस्मेटिक मार्केट के अंदर तहलका मचा रही है लेकिन सवाल ये है कि विनीता सिंह और उनकी टीम ने ऐसा किया क्या कि सिर्फ 5 साल पहले शुरू हुई इस कंपनी ने इंडिया में सालो से बिखरे ब्रांड्स की नीव हिला दी और सबसे इंपॉर्टेंट वो कौन सा पावरफुल बिजनेस
लेसन है जो हम इस केस स्टडी से सिक के अपने बिज़नेस के एंडर इम्प्लीमेंट कर सकते है

कहानी 2012 में शुरू हुई जब एक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग फंड ने IIM अहमदाबाद से स्नातक विनीता सिंह को एक करोड़ का पैकेज ऑफर किया अगर आप या मैं 23 साल की उम्र में उसकी जगह पर होते तो खुशी-खुशी वह पैकेज ले लेते लेकिन विनीता सिंह ने ऐसा नहीं किया यह बहुत कम लोग जानते हैं लेकिन शुगर कॉस्मेटिक शुरू करना कभी भी विनीता सिंह की पहली प्रेफेरेंस नहीं थी, उनकी पहली प्रेफेरेंस लिंगेरिया ब्रांड शुरू करना थी। भारतीय उपभोक्ताओं के लिए ई-कॉमर्स के माध्यम से भारत में लिंगेरिया ब्रांड शुरू करने के उद्देश्य से विनीता सिंह ने निवेशकों के सामने अपने विचार रखे किन दुख की बात है कि वह जहां भी गई उन्हें एक ही जवाब मिला कि हम आपको फंडिंग क्यों दें, किसी अनुभवी को क्यों नहीं, लोग आपसे क्यों खरीदेंगे। और इस बात ने विनीता सिंह को मानसिक रूप से झकझोर कर रख दिया और फिर उन्होंने फैसला किया कि चाहे कुछ भी हो, अब स्टार्टअप को बूटस्ट्रैप किया जाएगा मुझे किसी इन्वेस्टर का पैसा नहीं चाहिए खाली जेब और कोई अनुभवी नहीं, लेकिन दृढ़ता के साथ विनीता सिंह ने एक छोटी सेवा कंपनी शुरू की, यह कंपनी अन्य कंपनियों को अपने एम्प्लाइज की पृष्ठभूमि की जांच करने के लिए सेवा प्रदान करती थी, इसका उपयोग पृष्ठभूमि की जांच करने और इसके लिए धन प्राप्त करने के लिए किया जाता था।
एक समय विनीता सिंह को एक करोड़ मिल रहे थे, अब उन्हें प्रति माह केवल 10,000 रुपये मिलते थे, कारोबार धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन एक समस्या थी, समस्या थी स्केलेबिलिटी। कई कम सेवा व्यवसाय बड़े पैमाने पर चल रहे हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि विनीता सिंह काम कर रही थीं लेकिन उनकी इस काम में कोई दिलचस्पी नहीं थी यह उसका जुनून नहीं था और ये वो जगह है जहां से जन्म होता है शुगर कॉस्मेटिक का क्या किसी ने कभी सोचा था एक छोटी सी कंपनी जिसके बैंक खाते में 30 लाख रुपये बचे हुए हैं जो सालों से खादी हुई कंपनी की नीव हिला देगी सवाल ये है शुगर कॉस्मेटिक ने क्या किया जिसने 5 साल के अंदर ये कंपनी 3000 करोड़ से भी ज्यादा की बन गई
जिस समय विनीता सिंह अपनी सेवाओं को चुनने की सोच रही थीं, उस समय उन्होंने भारतीय कॉस्मेटिक बाजार में बड़े अंतर की पहचान की थी, इस अंतर में मिड रेंज सिस्टम की कमी थी। 2015 में, आपको मेबेलिन और लैक्मे 300 और उससे नीचे मिलेंगे और 1000 रुपये और उससे अधिक की इस रेंज में आपको MAC और Estee मिलेंगे लेकिन 300 और 1000 के बीच का खंड इंडियन कॉस्मेटिक मार्केट में मौजूद नहीं था , किसी भी ब्रांड ने इस रेंज में उत्पाद लॉन्च करने के बारे में नहीं सोचा था।
मेबेलिन, एमएसी, लैक्मे इन सभी ब्रांडों ने जब भी उत्पाद लॉन्च किए तो उत्पाद अद्भुत थे, लेकिन क्योंकि ये ब्रांड अंतरराष्ट्रीय हैं, इसलिए उनके उत्पाद वैश्विक त्वचा मानकों पर लॉन्च किए गए थे, लेकिन जब विनीता सिंह ने उपभोक्ताओं से बात की तो उन्हें कई ग्राहकों से एक जानकारी मिली, अंतर्दृष्टि यह थी कि ये अंतर्राष्ट्रीय उत्पाद उनकी त्वचा के अनुरूप नहीं थे क्योंकि भारतीय त्वचा का प्रकार बिल्कुल अलग है और फिर शुगर कॉस्मेटिक ने अपने मैट रेंज उत्पाद लॉन्च किए, यह उत्पाद भारतीय त्वचा के लिए उपयुक्त थे, टिकाऊ और कम महंगे थे, रेंज ऐसी थी कि लड़कियां इसे कहीं भी इस्तेमाल कर सकती थीं और इस चीज़ ने शुगर कॉस्मेटिक की बिक्री को आसमान छू लिया। सौंदर्य प्रसाधनों में नवाचार सीमित है आप कितना बदल सकते हैं एक लिपस्टिक और विनीता सिंह भी यह जानती थीं लेकिन आज अगर हम देखें तो नायका और शुगर कॉस्मेटिक इंडियन कॉस्मेटिक मार्केट में केवल दो रचनात्मक ब्रांड हैं क्या आप जानते हैं कि शुरुआती साल में सुगर कॉस्मेटिक ने केवल 100 लिपस्टिक बेची थीं, आप सोच रहे होंगे कि इस ब्रांड ने शुरुआती साल में केवल 100 लिपस्टिक बेची थीं, फिर इसमें ऐसी क्या खास बात थी कि यह इतनी तेज गति से बढ़ी। तो इसका जवाब किताब में छिपा है = The psychology of selling

अगर आप इस किताब को ध्यान से पढ़ेंगे तो आपको खरीदारी के बारे में बहुत सी बातें पता चलेंगी जो स्कूल और कॉलेज में कभी नहीं सिखाई गईं, मुझे पता है कि आप में से कोई भी इस किताब को नहीं पढ़ेगा क्योंकि किसके पास इतना समय है लेकिन आप इसे सुनकर बिक्री मनोविज्ञान के बारे में जान सकते हैं KUKUFM पर ऑडियो सारांश। तो सिर्फ 15 मिनट में आप वो चीजें सीख जाएंगे जो स्कूल और कॉलेज ने आपको कभी नहीं सिखाई अगर आप अभी भी सोच रहे हैं तो मैं आपको बता दूं, आपकी सीखने में मदद करने के लिए kukuFM आपके लिए एक होली सेल लेकर आया है तो आप इंतजार क्यों कर रहे हैं। सीखना पहला कदम है कमाई की ओर
बेचने का मनोविज्ञान जब भी कोई कोई उत्पाद खरीदता है तो ये 2 चीजें बाकी चीजों से ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं, ये दो चीजें हैं लिंग और जुड़ाव, अब इसे थोड़ा ध्यान से समझें, लड़के और लड़कियों की खरीदारी मनोविज्ञान में बहुत अंतर होता है। उदाहरण के लिए अगर कोई लड़का अपने दोस्त के साथ बाहर डिनर के लिए जाता है तो इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि वह ऐसी जगह जाएगा जहां उन्हें कम कीमत में बहुत सारा खाना मिलेगा। और खाना खाने योग्य होना चाहिए, दूसरी तरफ अगर कोई लड़की जाती है अपने दोस्तों के साथ बाहर डिनर के लिए, ज्यादातर मामलों में वे वहीं खाना पसंद करेंगे जहां का वातावरण और माहौल अच्छा हो, खाने के स्वाद की परवाह किए बिना। लुक और फील अच्छा होना चाहिए। उन्हें वहां सुरक्षित महसूस करना चाहिए, दिलचस्प बात यह है कि कोई भी गलत नहीं है।बात यह है कि हमारा लिंग हमारे खरीदारी व्यवहार पर अत्यधिक प्रभाव डालता है और इतना ही नहीं, चाहे वह लड़का हो या लड़की, एक चीज है जिस पर दोनों का खरीदारी व्यवहार निर्भर करता है बात यह है कि आत्मसम्मान हर कोई अपने बारे में अच्छा महसूस करना चाहता है। लड़कों के मामले में वे पैसा कमाकर और शक्ति प्राप्त करके सामाजिक रूप से प्रभावशाली महसूस करते हैं
लड़कियों के मामले में वे सुंदर दिखने से प्रभुत्व महसूस करती हैं। मुझे पता है कि आप सोच रहे होंगे कि एक लड़की 300 रुपये का उत्पाद खरीदकर अच्छा महसूस कर सकती है, फिर वे चीनी कॉस्मेटिक उत्पाद क्यों खरीदती हैं? इसलिए मैं कहता हूं – आपको kukuFM पर ऑडियोबुक, 50% चाहिए ऑफ एक वन्स इन अ ब्लू मून टाइप ऑफर है। अब देखिए एक खूबसूरत बॉक्स वाली लड़की के पास जाएं और उसे बताएं कि मैडम इस बॉक्स में जो चीज है वह आपके सामान्य मेकअप की तरह महंगी नहीं है लेकिन यह आपको आपके सामान्य मेकअप जैसा ही लुक देगा। आपको गारंटी है कि लड़की के चेहरे पर मुस्कान होगी।इसे सुनने के बाद 90% लड़कियों के चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी और जब चेहरे पर मुस्कान होगी तब सेल आएगी, शुगर कॉस्मेटिक्स ने अपने उत्पादों को मिड रेंज प्राइस प्रोडक्ट रेंज में रखा है, लेकिन इसे इतनी खूबसूरती से पैक किया है कि यह प्रीमियम उत्पादों से बेहतर दिखता है। तो तभी एक महिला शुगर कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स को दूर से भी देखती थी तो वह उसकी ओर आकर्षित हो जाती थी और जब आपको सुंदर पैकेजिंग के साथ एक उत्पाद मिलता है जो टिकाऊ भी होता है और आपकी त्वचा के प्रकार के अनुरूप होता है तो क्या आप सोचते हैं कि लड़कियां इसके बारे में दूसरों के सामने बखान नहीं करेंगी और यही शुगर कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स के साथ हुआ जहा पे मेबेलीन और लक्मे जैसे बड़े बड़े ब्रांड करोड़ो रूपए खर्च करके सेलिब्रिटी को हायर करके एंडोसमेंसे करवा रहे थे वही पर दूसरी तरफ शुगर कॉस्मेटिक ने अपने कंस्यूमर को ही अपना इन्फ्लुएंसर बना कर उनको सोशल मीडिया के ऊपर मार्किट किया उसके ऊपर से जो भी लड़की शुगर कास्मेटिक के प्रोडक्ट को यूज़ करती वो जा जा कर बाकि लोगो को ऑटोमेटिकली शुगर के बारे में बताने लग जाती थी जिसके चलते शुगर कॉस्मेटिक इस गोत फ्री पब्लिसिटी आज शुगर कास्मेटिक अपने हाइब्रिड मॉडल यानि की अपने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों बिज़नेस के थ्रू बड़े बड़े ब्रांड्स को टक्कर दे रही है जिसके चलते आज सिर्फ पाँच साल के अंदर अंदर यह कंपनी तीन हज़ार करोड़ से भी ज्यादा की बन गयी है मार्केट्स के गैप को इडेंटीफ़्य करके कंस्यूमर को समझते हुए कोई भी स्क्रैच से बिज़नेस बिल्ड कर सकता है अपने दा क्रिएटर को ये ऑडियोबुक सुनी होगी ना तोह आपके लिए बुसिनेस्सेस और कंस्यूमर दोनों को समझना बहोत ही आसान हो जाता लिंक डिस्क्रिप्शन में kukuFM का एक सो निन्यानवे में आखिर कहा मिलता है इतना सब कुछ देखने के लिए अब सबसे इम्पोर्टेन्ट कोनसे पावरफुल लेसंस है जो हम सिख के अपने बिज़नेस के अंदर इम्प्लीमेंट कर सकते है

  • 1 लेसन पीपल बय फीलिंग्स एंड नॉट दा प्रोडक्ट्स हम में से कोई भी प्रोडक्ट नहीं खरीदना चाहता यह बस हमारा वहम है की हम लोग प्रोडक्ट नहीं बल्कि उससे जुडी हुई फीलिंग को बय करते है कोई भी लड़की शुगर कॉस्मेटिक की लिपस्टिक ,लाइनर और ब्लश को नहीं खरीदती बल्कि वो खरीदती है कॉन्फिडेंस ,हैप्पीनेस और सोशल डोमिनान्स की फीलिंग अपने प्रोडक्ट्स को उन फीलिंग्स के साथ एसोसिएट करो जिनको आप बेचना चाहते हो एंड सी दा मैजिक
  • 2 लेसन आ ब्रांड इस बिल्ड ऑन कंसिस्टेंसी आप एडिडास से नाइके के जूते क्यों लेते हो एक लोगो के लिए नहीं हम कभी भी उस लोगो के लिए उस चीज़ को परचेस नहीं करते बल्कि आप इस लिए परचेस करते हो क्युकी एडिडास हो यह नाइके यह ब्रांड्स आपको कंसिस्टेंसी की एक अच्छी क्वॉलिटी का प्रोडक्ट डिलीवर करते आये है तोह आपको यह बैक ऑफ़ थे माइंड पता है की में एडिडास से नाइके का कुछ भी खरीद रहा हु न तोह मुझे इसमें क्वालिटी तोह मिलेगी ही मिलेगी सिमिलारली शुगर कास्मेटिक ने अपने कंस्यूमर को समझते हुए एक कन्सिसटेन्सी की क्वालिटी प्रोडक्ट एक अच्छे प्राइस रेंज के ऊपर अवेलेबल कराये है जिसके चलते आज उनका ब्रांड इतना ज्यादा बड़ा चलता है कंसिस्टेंसी नहीं तोह ग्रोथ नहींग्रोथ नहीं तोह बिज़नेस नहीं।
  • 3 लेसन कस्टूमर आर यॉर बेस्ट सेल्स पीपल आप कितनी भी अच्छी मार्किट हायर करलो आप कितने भी करोड़ो रुपए का खर्चा करके कितने भी अच्छे सेलिब्रिटी को लाके अद्वेर्तिसेमेँट क्यों न कर लो लेकिन अगर आपके प्रोडक्ट में दम नहीं है न तोह इट विल फ़ैल ग्रेट मार्केटिंग किल आ बेड प्रोडक्ट फास्टर आई रिपीट ग्रेट मार्केटिंग किल आ बेड प्रोडक्ट फास्टर वही पर दूसरी तरफ आपके अंदर दम है तोह इन सारी चीज़ो की जरूत ही नहीं पड़ेगी आपके कंस्यूमर खुद जा जा कर बाकि लोगो को आपके प्रोडक्ट्स के बारे में अपने आप बतायगे और वह भी बिलकुल फ्री में क्या आपको पता है की इंडियन पेमेंट मार्किट के अंदर इतना ज्यादा सैचुरेटेड होने के वाबजूद तीन साल के अंदर अंदर बीस लाख रुपए की कंपनी कैसे बना दी भाई वीडियो देखोगे न अपने आप जान जाओगे
Scroll to Top

Our Offices

Pocket A-1, 2nd Floor, Plot No. 19, Sector 6, Rohini, Delhi - 110085 (Near Ayodhya Chowk)

Office no. 23, 3rd floor, B wing, Prasad Shoping Centre (opp.Goregaon R.Stn) Goregaon West Mumbai-400062